Gate way of India information in hindi
हमारे भारत में कही सारी ऐतिहासिक वास्तु हे जो हमारे देश के महान इतिहास का प्रतिक हे
उन्ही वास्तु में से एक हे मुंबई में स्तिथ Gate way of India
उस खूबसरत वास्तु और उसके पास के नज़ारे मन को प्रसन्नित करते हे
क्या आप जानते हे यह ऐतिहासिक वास्तु हमारे देश में कब और किसने बनायी थी ?
क्यों ऐतिहासिक वास्तु को भारत का प्रवेश द्वार कहा जाता हे ?
ऐतिहासिक वास्तु के बारे में ऐसी कही सारी रोचक जानकारी के बारे में आज हम जानेगे वह भी हिंदी में
इस आर्टिकल में हम क्या देखेंगे (Gate way of India information in hindi)
- गेट वे ऑफ़ इंडिया के बारे में हिंदी में जानकारी
- किसने बनवाया गेट वे ऑफ़ इंडिया?
- क्यों इसे इंडिया का प्रवेश द्वार कहते हे ?
- कब बना गेट वे ऑफ़ इंडिया?
- कहा हे गेट वे ऑफ़ इंडिया ?
- गेट वे ऑफ़ इंडिया बनाने के लिए उस समय कितना खर्च आया ?

Who built gate way of India?गेट वे ऑफ़ इंडिया किसने बनाया?(Gate way of India information in hindi)
हमारे देश पर जब अंग्रेजो की हुकूमत थी तब अंग्रजो ने यह ऐतिहासिक वास्तु gate way of india का निर्माण किया था
यह स्मारक अंग्रेजो के समय में बड़े बड़े ब्रिटिश अफसर के स्वागत के लिए और पानी के जहाज के लैंडिंग के लिए बनाया गया था
1911 में पहिली बार ऐतिहासिक वास्तु gate way of india निर्माण की योजना बनायीं गई थी
यूनाइटेड किंगडम के राजा जॉर्ज फाइव और क्वीन मैरी उस समय भारत में उसी रास्ते से आने वाले थे https://en.wikipedia.org/wiki/George_V
उनके स्वागत के लिए ऐतिहासिक वास्तु गेट वे ऑफ़ इंडिया बनाने की योजना की गयी थी
पर उस समय तक यह स्मारक नहीं बना था तो उन्हें इस मोइमेंट का कार्ड बोर्ड मॉडल दिखया था
और उसके ठीक दो साल बाद 31 मार्च 1913 को उस वक्त के मुंबई के गवर्नर सर जॉर्ज क्लोर्ट ने इस स्मारक को बनाने की नीव रखी थी
और इस मोनीमेन्ट की डिजाइन उस समय के आर्किटेक जॉर्ज वीटेट ने अंतिम डिजाइन को मंजूरी दी थी
https://en.wikipedia.org/wiki/George_Wittet उनके बारे में अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करे
Gate way of india कब बना (Gate way of India information in hindi)
1911 में निर्माण की योजना की गए गेट वे ऑफ़ इंडिया को कब बनाया था ?
1913 में इसे बनाने की नीव उस वक्त के बॉम्बे (आज की मुंबई) के गवर्नर सर जॉर्ज क्लोर्ट ने रखी थी
1913 में नीव रखे गए इस स्मारक को बनाने की शुरवात 1920 में की थी
और इसे बनाने के काम 4 साल तक चलता रहा 1924 में यह स्मारक पूरी तरह बनकर तैयार हो गया
और 4 दिसंबर 1924 को उस वक्त के वायसराय रहे ब्रोफस इसाहक़ के द्वारा लोगो के लिए खोला गया
Gate way of India बनाने के लिए कितना खर्च आया था?
उस समय Gate way of India को बनाने के लिए 21 लाख रुपय का खर्च आया था
और इसका पूरा पैसा भारत सरकार ने दिया था
Gate way of India को इंडिया का प्रवेश द्वार क्यों कहते हे ?
उस समय में बड़ी बड़ी हस्ती उसी मार्ग से भारत आया करती थी
समंदर से भारत आने वाले ब्रिटिश शाशक इसी रास्ते से होकर भारत आया करते थे
और जब 1947 में भारत आजाद हुवा तो अंग्रेज Gate way of India से ही भारत को छोड़ कर चले गए थे तब से लेकर आज तक यह इंडिया का प्रवेश द्वार कहलाता हे
Gate way of India के बारे में रोचक जानकारी
- Gate way of India की डिज़ाइन स्कॉटिश आर्किटेक जॉर्ज विटेट ने बनायीं थी
- इसे बनाने के लिए पिले बेसाल्ट और कंक्रीट का उपयोग किया था
- ऐतिहासिक वास्तु की उचाई 26 मीटर हे
- इसके अर्क के हर तरफ बड़े बड़े हॉल हे इसमें एक साथ 600 लोग आ सकते हे
- ऐतिहासिक वास्तु को मुंबई का ताजमहल भी कहा जाता है
कहा हे गेट वे ऑफ़ इंडिया ?
गेट वे ऑफ़ इंडिया महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में स्थित हे

यह थी gate way of India ke बारे मे कुछ रोचक जाणकारी
Gate way of India के पास के पर्यटन स्थल
अगर आप कभीgate way of India घुमने गये तो पास के पर्यटन स्थळ (tourist places) भी जरूर देखणा यह टुरिस्ट प्लेस भी अद्भुत और अविश्र्वसनीय हे तो जाणते हे
- छत्रपती शिवाजी महाराज वास्तू संग्रहालय
- जहांगीर आर्ट गॅलरी
- Elephanta caves
- Hanging garden mumbai
- Taj hotel
- हाजि अली दर्गा
आशा करता हु यह Gate way of India की जानकारी आपको अछि लगी हो कुछ सुझाव देने के लिए कमेंट जरूर करे आपके सुझाव से हमें और सुधार करके बेहतरीन जानकारी आपको देने में ख़ुशी होगी ऐसे और बेहतरीन जानकारी जानने के लिए हमारी यह पोस्ट जरूर देखे https://hindimaigyan.in/india-gate/
Pingback: Netaji subhas chandra bose life information in hindi
Pingback: जानिए भारत के मिसाइल मैन A.P.J ABDUL KALAM का जीवन परिचय
Pingback: महाराष्ट्र - Information about Maharashtra - knowledgeteller.com